बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता

 

हेलो लड़कन बच्चन अउर बाकी सब को परनाम 🙏🙏🙏

अब आप लोग सोचत होंगे हमरा म्यूट बटन 🔇🔇काहे बार बार दब जात है। का है कि न ई परोगिराम का छोटका रिमोटवा 🎮🎮हमरी छुटंकी हो गईं हैं आजकल। पिछली बार बताए थे न - नाम है लावण्या aka कुहू। अब जो बिटिया रानी हैं न हमारी वो हमको करीना दीदी बनाई हुईं हैं आजकल💃💃🕺🕺🕺। एक बार बुई बोलती और हम जिन्न से भी फ़ास्ट में प्रकट होते हैं 👻👻। एक मिनट भी देर नहीं वरना छुटकी की डांट 'बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता!'😅😅😅 हम सबको रोस्ट करते पर आजकल हमको हमरी छुटकी खूब भून रहीं 🌽🌽🍿🍿🍿।  तो बालकों आज का रोस्ट भी इस बालिका के नाम ( कवर पेज में उसकी पिच्चर है 🤳🤳)

का बताएं  हम बड़का बड़का मैथ का थ्योरी  समझ लिए 🤔💡😀पर कुहू जी के सिंपल instructions - ना, ना, ना,ना। फिर क्या, लगेगी क्लास, पड़ेगी डांट। गलती से भी दांत दिख गए इस बीच तो डंडी डंडी ( पतली सी है झाड़ू वाली, उनसे भारी वाली उठेगी नहीं 🤣🤣)। हमारी गोद आजकल लीज़ करवा लिया है बिटिया ने। जग रही होंगी तो बुई के साथ और सोईं तो उठते ही बुई एक आवाज़ में मिलनी चाहिए। बड़े प्यार से पूछो 'बेटा प्यास लगी है!' तो छोटके छोटके प्यारे प्यारे हाथों से आभासी गिलासों में झूठ मूठ का पानी..🥛और भूख लगे तो छोटके छुटके हाथों की बनी हवाई चाट 🍛🥗

परसों का कांड सुनिए आप लोग: अपनी खिलौना स्कूटर 🛵🛵पर हमारी छुटकी डकी लेके office जा रही थीं। यह वाली:


अब सावधानी हटी दुर्घटना घटी और डकी स्कूटर से नीचे। फिर क्या था बुई बन गईं makeshift डॉक्टर। हमने डकी की पट्टी की 🤕🤕, दवा लगाई, स्पेसल रिक्वेस्ट पर सुई  भी गोंच दी💉💉💉
फिर क्या...फिर रिवाइंड... repeat...180 बार डकी गिरी, रोई और सुई दवाई...

उसके बाद एक और कांड कल हुआ...हमारा जन्मदिन। धकेले तो दुनिया में 27 नवंबर को गए थे। दुइ साल बाद हमरे छुटके भइया भी सेम डेट में प्रकट भएँ। संजोग है भाई...इस्सर कृपा। लेकिन छुटंकी के हिसाब से कल था हमारा जन्मदिन। उसका कार्यक्रम कुछ इस प्रकार था:
बेबी उवाच : बुई
बुई: हां
ये लो केक  🎂🎂
ये लो कैंडल 💡( मान लीजिए यही कैंडल है, गणित में माना जाता है न!)
ये लो चाकू 🔪🔪( इहाँ पर यही मिला, पलीज एडजस्ट तनिक 😅😅 इरादा सिर्फ केक काटने का है...कसम से 🤣🤣)
अब अगर आप लोग सोच रहे, केक काटने का टाइम...है न, है न.. इतनी जल्दी नहीं बालकों...पूछे थे हम। फिर सुन लिए:
बुई, तुमको कुछ समझ नहीं आता!!😠😠
बुई का बोलती बंद..
पहले फोटो खींचेंगे हम...🤳🤳
🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦




अब हमारी कहानी इहैं खत्म नहीं होरी... केक में हम गिरिंग..मत पूछो कैसे..
फिर कुहू रानी हमका मुंह धुलाइंग
हमारी आंख में साबुन जाईंग
हम बुक्का फाड़ के रोइंग
फिर बेबी पानी से धुलाइंग
इस प्रकार सम्पन्न होता है हमरा जन्मदिन कांड...
फिर...फिर क्या!! Rewind...repeat...180 बार!!

एक दिन हम बिटिया को नीचे बिठा कर बस 5 मिनट के लिए गए।
5 मिनट बाद:


अब आप सोचेंगे हम इनको डांटेंगे...हमारी मजाल!! ये बोलीं जाओ बुई हमको काम है बहुत।
और हां तनिक हमारे बड्डे के दिन के footwear पर गौर करिए...

का समझे! कुहू की चॉइस ही है राइट चॉइस बेबी...aha!!
कुछ पूछा तो बिटिया रानी कहेंगी....
का कहेंगी...
ज़ोर से बोलो जय माता दी!
जै माता दी ( फ्लो है भाई, can't control!!)
बुई!! तुमको कुछ समझ नहीं आता 😠😠

सही बोलें तो ऐसी मिठकी बोली अउर इत्ता पियार मुखड़ा देख के सच में! हमका कुछ समझ नहीं आता।

साइड नोट : ये पम्पम महाशय हैं। इनको भी पार्टी में जाने का आदेश था


एगो डाउट नाहीं है
शत प्रतिशत अपनी
फीलिंग्स

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