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बहुत बदल गई हो......... और तुम????

  हे ईश्वर ये देखिये : मेरा फोन क्यूँ नहीं उठाया ? कोई मिलने आया है क्या ? हाँ ,   हाँ वहाँ तो बहुत से होंगे न!! आज से तुम अपने रास्ते और मैं अपने..... मुझे खुशी होगी अगर तुम्हें जीवनसाथी मिले...... और मास्टर स्ट्रोक : कोई मिल गया हो और तुम उसके साथ रहना चाहती हो तो बता देना मुझे.... मैं फिर कभी बताऊंगा तुम्हें कि जो मैंने कहा वो क्यूँ कहा!! अच्छा! तो नए परिवेश के साथ मुझ पर बदलता मौसम होने का इल्ज़ाम बड़ी जल्दी लगा दिया तुमने. हाँ! मैंने तो सोचा था कि तुम सब खत्म करना चाहते हो ,   मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हो ,   मुझसे दूर जाना चाहते हो !   फिर भी मैं बस खामोश रहती थी। अगर बात होती थी तो कर लेती थी और नहीं तो न सही !   सबका एक ही सवाल है मुझसे मैं खामोश क्यूँ रहती हूँ ?   कभी कुछ कहती क्यूँ नहीं ?   तुम्हें छोड़ क्यूँ नहीं देती ?   तुमसे दूर क्यूँ नहीं चली जाती ? न जाने कितने सवाल और जवाब सिर्फ एक है....मेरी खामोशी! ...... क्यूंकि अब मेरे पास तुमसे कहने के लिए अलफाज़ नहीं है। याद है जब आँसू आ जाते थे मेरी आँखों में तुमसे दूर होने के ख्याल से ही। आँसू आज भी आते हैं पर तु

मैं न भूलूंगी

  पंटर लोग...अरे ओ पंटर लोग ,📢📢 हां सरदार! सरदार भुला गए कि बुलाये काहे रहेन 🤔🤔और फिर rewind repeat... 😜😜 का आपके साथ भी हुआ अइसन कांड...के फ्रिज के खुले दरवज्जे के आगे खड़े अपनी कुल्फी जमाते सोच रए..🥶🥶का चाही🤷🤷? या ई कमरवा से उ कमरवा में ज़ोर शोर से गएन 🚶🚶और अब याद नहीं कि का चाही हमका... 🤦🤦हमका? आजकल हम अति व्यस्त चल रए हैं बालकों..🏃🏃 मत पूछो काहे..नहीं पूछोगे तब भी न बताएंगे ऊपर राज़ बोले तो top secret🤫🤫फिर भी अपने पंटर लोग के चलते सारे दिन से हिचकी आ रही तो हमने सोचा जल्दी से चिपका दें। अरे अरे गाल कवर करने की कउनो ज़रूरत नाहीं। हम तो रचना की बात कर रहे थे...👩‍💼 👈ये वाली रचना नहीं आर्टिकल हो! हां तो आज की पेशकश है उन लोगों के लिए जिनका पर्सनल background music होता है - भूला! कुछ हम जैसे लोग जो धनिया लेने जाते और धनिया छोड़ कर बाकी सब उठा ले आते 🙆🙆 जिनको फ़ोन करना याद रहता पर ई नहीं कि काहे लिए फोनियाए थे हम. अब यही देख लो पंटर लोग..हमका ये भी याद नहीं आ रहा कि हम लिखने का जा रहे थे...🤷🤷 एक दिन का कांड बताएं हम आपको। बाहर जाना था और घर की चाभी की भारत एक खो

सफर या suffer

  प्राण पियारों और पियार के मारों 🤗😍😍 हम जीवित हैं और कुसल से हैं...मंगल भी पीछे से हाथ हिला रहे🙋🙋! बूटी स्लीप लेने गए थे और वो कब कुम्भकर्णी नींद में बदली...हमका पता ही न चला🛌🛌! हम सफर में थे बालको! मिष्टी दोई (मीठी दही) खाने का बड़ा मन हुआ तो बस ट्रेन पकड़ी और चल कलकत्ते 🚊🚊! इसलिए ज़रे देर से आए हैं...प्यार तो भरपूर है बस तोहफा न मांगना..जेब खाली तो है ही इस समय purse में छेद अलग हो रखे 👛👜....ख़ैर हां तो बच्चों कभी कभी हम सोचते हैं...सुहाना सफर और ये मौसम हंसीं..मौसम तो एकदम ललन टाप है मगर ये सफर नहीं suffer है..😖😖 अब आप पूछेंगे क्यों? का...नहीं पूछना? अरे पूछिए पूछिए शर्माइये नहीं! मत पूछिये हम खुद ही बताए देत हैं न...🙃🙃 सफर में आपसे हर तरह के प्राणी टकराएंगे जिनके अब हम बताने वाले हैं टेप्स (अरे अरे ये नल कहां से ले आए 🚿🚿🚿अब नल नए मिल रहा...तनिक से एडजस्ट..) टेप्स मतलब प्रकार भाई....खुद सही ( औटोकरेक्ट )अक्सर ऐसे ही कांड करता रहता है 🤦🤦....😂🤓🤓 पहिला प्राणी: सजग सतर्क एकदम..कोई इनकी seat का कोना पकड़ा नहीं कि भृकुटि टेढ़ी🤨🤨..इनकी सीट के पास आप फटक भी नहीं

हाय रे पिम्पल!

  हां तो बालक बालिकाओं.कॉम कइसन बा! हम जीवित हैं और अच्छे हैं ( कुछ ज़ादे ही अच्छे हैं वैसे, सब कहते हैं 😂😂 बस मम्मी को छोड़कर। हमरे सारे कांड जानती हैं न, तभी 🤫🤫)। कुछ दिन से फैमिली टाइम के कारण  हम थोड़े सुस्तिया गए 😴😴। इस बीच पता चला बड़के बड़के कांड हो गए इहाँ 😱😱। अब जिसने हमको तैरना सिखाया उनको बुड़ाओगे तो बिटिया बेटवा..तुमका गंगा जी में तीन चार सौ बार हर हर गंगे, शिव शिव गंगे, काशीपति विश्वनाथ गंगे 🏊🏊 करवाएंगे (हर हर गंगे वाला लाइन साक्षी के कमेंट से साभार। इतना बढ़िया लाइन उनके पापाजी सिखाए, हम भी सीख लिए जल्दी से 😇🤓)। अभी कुछ दिन पहले प्रतिलिपि ने गरिमा मैम की रचना कनपुरिया रोस्टर पर कुछ घोर आपत्ति जतलाई🧐। भाई लोग  हम बहुत ज़ोर से मानते हैं कि किसी का मन दुखाना बुरी बात है, बहुत बुरी। पर ये बताइए अब हमरा फेस पर एगो पिम्पल आ गया तो क्या उसकी फीलिंग के चक्कर में हम अपने फेस का फेस खराब कर लें 🤷? बेचारा हमारा चौखटा वैसे भी कुछ खास नहीं है🥴🥴। ऊपर से इसको हम कलर भी नहीं करते💅💅। अब इसके ऊपर अगर पिम्पल रानी विराज गईं तो हम का करेंगे बताइए? इसलिए जैसा भी पिम्पल हो छोटा, बड़

अजब गजब ई लोग

 हेलो चपडगंजुओं...😜😜😜 (सम्बोधन हमने साक्षी की नई रचना  इंस्टाग्राम के लौंडे से चेंपा)  बाकी सब बड़का बड़का लोगन को पालागन 🙏🙏🙏 कल न हम एकता जी का एक नया शाहकार झेल रहे थे नए मसाले की तलास में....😏😏धीरे बोलना बालकों सुन लेंगी तो बहुतै धोएंगी हमका बिन साबुन बिन पानी🤕🤕। का है कि उन्हीं के मसालों से भून रहे न..👩‍🍳👩‍🍳!! Credit तो बनता है मत बोलना क्योंकि ई अजब गजब भासा वाला बीमारी हमका नए पकड़िस अब तक।  Credit या तो लिया करो या दिया करो...बहुत है तो उसको थोड़ा चला लिया करो 🚶🚶(credit जाता है...इस प्रकार से)। भटक गए न हम🤦🤦!! अब सुनिए....बीच में आ गया एक छोटा सा ब्रिक.... (अगर ई छोटा है तो ताड़ का पेड़ 🌴🌴पक्का गमले में हर घर में लगता होगा # जस्ट कहिंग) अच्छा हुआ हमरे कान insure हुई गए..मौसम वाली दीदी की दया से। वरना अचानक से इत्ते कानफोड़ू म्यूजिक बजाते कि का बताएं...विज्ञापन की भली चलाई बहन..कोउ पहाड़ से कूद रहा ⛰️🏞️, कोई गोरकी वाली क्रीम मल के मनेजर बन जाता ..कोउ कोउ तो सफेदका कपड़ा मा अइसा चमकत है जइसे tubelight फिट हो अंदर💡💡...इसलिए आज कढ़ाई चढ़ाई तो fortune नहीं रे....विज्ञापन

बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता

  हेलो लड़कन बच्चन अउर बाकी सब को परनाम 🙏🙏🙏 अब आप लोग सोचत होंगे हमरा म्यूट बटन 🔇🔇काहे बार बार दब जात है। का है कि न ई परोगिराम का छोटका रिमोटवा 🎮🎮हमरी छुटंकी हो गईं हैं आजकल। पिछली बार बताए थे न - नाम है लावण्या aka कुहू। अब जो बिटिया रानी हैं न हमारी वो हमको करीना दीदी बनाई हुईं हैं आजकल💃💃🕺🕺🕺। एक बार बुई बोलती और हम जिन्न से भी फ़ास्ट में प्रकट होते हैं 👻👻। एक मिनट भी देर नहीं वरना छुटकी की डांट 'बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता!'😅😅😅 हम सबको रोस्ट करते पर आजकल हमको हमरी छुटकी खूब भून रहीं 🌽🌽🍿🍿🍿।  तो बालकों आज का रोस्ट भी इस बालिका के नाम ( कवर पेज में उसकी पिच्चर है 🤳🤳) का बताएं  हम बड़का बड़का मैथ का थ्योरी  समझ लिए 🤔💡😀पर कुहू जी के सिंपल instructions - ना, ना, ना,ना। फिर क्या, लगेगी क्लास, पड़ेगी डांट। गलती से भी दांत दिख गए इस बीच तो डंडी डंडी ( पतली सी है झाड़ू वाली, उनसे भारी वाली उठेगी नहीं 🤣🤣)। हमारी गोद आजकल लीज़ करवा लिया है बिटिया ने। जग रही होंगी तो बुई के साथ और सोईं तो उठते ही बुई एक आवाज़ में मिलनी चाहिए। बड़े प्यार से पूछो 'बेटा प्यास लगी है

पुछल्ले

 हेलो हमारे पियारे पंटर लोगन🙋🙋 कइसे हो? कहां हो? हम तो घरवा आए हैं अपने 🏘️🏘️। अब इतनी बार गंगा मइया को मिस कॉल 📞📞मारेंगे तो बुलावा तो आएगा न । सो मइया ने हमका बुलवा लिया। वइसे घर आने का एक और बहुतै पियार रीज़नवा है 💕💕। हमरी छोटकी सी लावण्या 👶👶। अब रिश्ते में तो ये हमारी भतीजी होती हैं...नाम है लावण्या। पर का बताएं..हमका अइसा नचाती हैं कि कटरीना दीदी और करीना दीदी भी का नाची होंगी 💃💃। बस ई समझ लेओ जइसे बड़कवा ताला होता है न, फिर उसकी एक छोटकी चाभी 🔐🔐। ऐसे ये हमरी चाभी हैं छोटकी वाली। एक बार बुई बोल दें तो मन हरिहर हो जाता है 🌱🌱। इनके सामने फ़ोन छूना भी पाप है भाई 📵📵। काहे से हमका लगता है बचवन के सामने जो करोगे ऊ भी वही करेंगे। अभी सोईं हैं तो जल्दी जल्दी फिनिश कर लें सोचे... हां तो बालकों आज हम जिनको कढ़ाई में डाले हैं ऊ हैं पुछल्ले..बोले तो ट्रोल्स  🗿🗿। अब का है कि एक नई प्रजाति सोशल मीडिया मा बहुतै ज़ोर से पाई जात है...ऊ हैं ई ट्रोल्स। अब इनका खुद का तो कुछ होता नहीं तो ये खोजते हैं ऐसा कोई जिसकी अपनी कोई राय हो, सोच हो और वो दूसरों से अलग हो। फिर शुरु होता है इनके किलो