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Showing posts from July, 2021

मैं न भूलूंगी

  पंटर लोग...अरे ओ पंटर लोग ,📢📢 हां सरदार! सरदार भुला गए कि बुलाये काहे रहेन 🤔🤔और फिर rewind repeat... 😜😜 का आपके साथ भी हुआ अइसन कांड...के फ्रिज के खुले दरवज्जे के आगे खड़े अपनी कुल्फी जमाते सोच रए..🥶🥶का चाही🤷🤷? या ई कमरवा से उ कमरवा में ज़ोर शोर से गएन 🚶🚶और अब याद नहीं कि का चाही हमका... 🤦🤦हमका? आजकल हम अति व्यस्त चल रए हैं बालकों..🏃🏃 मत पूछो काहे..नहीं पूछोगे तब भी न बताएंगे ऊपर राज़ बोले तो top secret🤫🤫फिर भी अपने पंटर लोग के चलते सारे दिन से हिचकी आ रही तो हमने सोचा जल्दी से चिपका दें। अरे अरे गाल कवर करने की कउनो ज़रूरत नाहीं। हम तो रचना की बात कर रहे थे...👩‍💼 👈ये वाली रचना नहीं आर्टिकल हो! हां तो आज की पेशकश है उन लोगों के लिए जिनका पर्सनल background music होता है - भूला! कुछ हम जैसे लोग जो धनिया लेने जाते और धनिया छोड़ कर बाकी सब उठा ले आते 🙆🙆 जिनको फ़ोन करना याद रहता पर ई नहीं कि काहे लिए फोनियाए थे हम. अब यही देख लो पंटर लोग..हमका ये भी याद नहीं आ रहा कि हम लिखने का जा रहे थे...🤷🤷 एक दिन का कांड बताएं हम आपको। बाहर जाना था और घर की चाभी की भारत एक खो

सफर या suffer

  प्राण पियारों और पियार के मारों 🤗😍😍 हम जीवित हैं और कुसल से हैं...मंगल भी पीछे से हाथ हिला रहे🙋🙋! बूटी स्लीप लेने गए थे और वो कब कुम्भकर्णी नींद में बदली...हमका पता ही न चला🛌🛌! हम सफर में थे बालको! मिष्टी दोई (मीठी दही) खाने का बड़ा मन हुआ तो बस ट्रेन पकड़ी और चल कलकत्ते 🚊🚊! इसलिए ज़रे देर से आए हैं...प्यार तो भरपूर है बस तोहफा न मांगना..जेब खाली तो है ही इस समय purse में छेद अलग हो रखे 👛👜....ख़ैर हां तो बच्चों कभी कभी हम सोचते हैं...सुहाना सफर और ये मौसम हंसीं..मौसम तो एकदम ललन टाप है मगर ये सफर नहीं suffer है..😖😖 अब आप पूछेंगे क्यों? का...नहीं पूछना? अरे पूछिए पूछिए शर्माइये नहीं! मत पूछिये हम खुद ही बताए देत हैं न...🙃🙃 सफर में आपसे हर तरह के प्राणी टकराएंगे जिनके अब हम बताने वाले हैं टेप्स (अरे अरे ये नल कहां से ले आए 🚿🚿🚿अब नल नए मिल रहा...तनिक से एडजस्ट..) टेप्स मतलब प्रकार भाई....खुद सही ( औटोकरेक्ट )अक्सर ऐसे ही कांड करता रहता है 🤦🤦....😂🤓🤓 पहिला प्राणी: सजग सतर्क एकदम..कोई इनकी seat का कोना पकड़ा नहीं कि भृकुटि टेढ़ी🤨🤨..इनकी सीट के पास आप फटक भी नहीं

हाय रे पिम्पल!

  हां तो बालक बालिकाओं.कॉम कइसन बा! हम जीवित हैं और अच्छे हैं ( कुछ ज़ादे ही अच्छे हैं वैसे, सब कहते हैं 😂😂 बस मम्मी को छोड़कर। हमरे सारे कांड जानती हैं न, तभी 🤫🤫)। कुछ दिन से फैमिली टाइम के कारण  हम थोड़े सुस्तिया गए 😴😴। इस बीच पता चला बड़के बड़के कांड हो गए इहाँ 😱😱। अब जिसने हमको तैरना सिखाया उनको बुड़ाओगे तो बिटिया बेटवा..तुमका गंगा जी में तीन चार सौ बार हर हर गंगे, शिव शिव गंगे, काशीपति विश्वनाथ गंगे 🏊🏊 करवाएंगे (हर हर गंगे वाला लाइन साक्षी के कमेंट से साभार। इतना बढ़िया लाइन उनके पापाजी सिखाए, हम भी सीख लिए जल्दी से 😇🤓)। अभी कुछ दिन पहले प्रतिलिपि ने गरिमा मैम की रचना कनपुरिया रोस्टर पर कुछ घोर आपत्ति जतलाई🧐। भाई लोग  हम बहुत ज़ोर से मानते हैं कि किसी का मन दुखाना बुरी बात है, बहुत बुरी। पर ये बताइए अब हमरा फेस पर एगो पिम्पल आ गया तो क्या उसकी फीलिंग के चक्कर में हम अपने फेस का फेस खराब कर लें 🤷? बेचारा हमारा चौखटा वैसे भी कुछ खास नहीं है🥴🥴। ऊपर से इसको हम कलर भी नहीं करते💅💅। अब इसके ऊपर अगर पिम्पल रानी विराज गईं तो हम का करेंगे बताइए? इसलिए जैसा भी पिम्पल हो छोटा, बड़

अजब गजब ई लोग

 हेलो चपडगंजुओं...😜😜😜 (सम्बोधन हमने साक्षी की नई रचना  इंस्टाग्राम के लौंडे से चेंपा)  बाकी सब बड़का बड़का लोगन को पालागन 🙏🙏🙏 कल न हम एकता जी का एक नया शाहकार झेल रहे थे नए मसाले की तलास में....😏😏धीरे बोलना बालकों सुन लेंगी तो बहुतै धोएंगी हमका बिन साबुन बिन पानी🤕🤕। का है कि उन्हीं के मसालों से भून रहे न..👩‍🍳👩‍🍳!! Credit तो बनता है मत बोलना क्योंकि ई अजब गजब भासा वाला बीमारी हमका नए पकड़िस अब तक।  Credit या तो लिया करो या दिया करो...बहुत है तो उसको थोड़ा चला लिया करो 🚶🚶(credit जाता है...इस प्रकार से)। भटक गए न हम🤦🤦!! अब सुनिए....बीच में आ गया एक छोटा सा ब्रिक.... (अगर ई छोटा है तो ताड़ का पेड़ 🌴🌴पक्का गमले में हर घर में लगता होगा # जस्ट कहिंग) अच्छा हुआ हमरे कान insure हुई गए..मौसम वाली दीदी की दया से। वरना अचानक से इत्ते कानफोड़ू म्यूजिक बजाते कि का बताएं...विज्ञापन की भली चलाई बहन..कोउ पहाड़ से कूद रहा ⛰️🏞️, कोई गोरकी वाली क्रीम मल के मनेजर बन जाता ..कोउ कोउ तो सफेदका कपड़ा मा अइसा चमकत है जइसे tubelight फिट हो अंदर💡💡...इसलिए आज कढ़ाई चढ़ाई तो fortune नहीं रे....विज्ञापन

बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता

  हेलो लड़कन बच्चन अउर बाकी सब को परनाम 🙏🙏🙏 अब आप लोग सोचत होंगे हमरा म्यूट बटन 🔇🔇काहे बार बार दब जात है। का है कि न ई परोगिराम का छोटका रिमोटवा 🎮🎮हमरी छुटंकी हो गईं हैं आजकल। पिछली बार बताए थे न - नाम है लावण्या aka कुहू। अब जो बिटिया रानी हैं न हमारी वो हमको करीना दीदी बनाई हुईं हैं आजकल💃💃🕺🕺🕺। एक बार बुई बोलती और हम जिन्न से भी फ़ास्ट में प्रकट होते हैं 👻👻। एक मिनट भी देर नहीं वरना छुटकी की डांट 'बुई तुमको कुछ समझ नहीं आता!'😅😅😅 हम सबको रोस्ट करते पर आजकल हमको हमरी छुटकी खूब भून रहीं 🌽🌽🍿🍿🍿।  तो बालकों आज का रोस्ट भी इस बालिका के नाम ( कवर पेज में उसकी पिच्चर है 🤳🤳) का बताएं  हम बड़का बड़का मैथ का थ्योरी  समझ लिए 🤔💡😀पर कुहू जी के सिंपल instructions - ना, ना, ना,ना। फिर क्या, लगेगी क्लास, पड़ेगी डांट। गलती से भी दांत दिख गए इस बीच तो डंडी डंडी ( पतली सी है झाड़ू वाली, उनसे भारी वाली उठेगी नहीं 🤣🤣)। हमारी गोद आजकल लीज़ करवा लिया है बिटिया ने। जग रही होंगी तो बुई के साथ और सोईं तो उठते ही बुई एक आवाज़ में मिलनी चाहिए। बड़े प्यार से पूछो 'बेटा प्यास लगी है

पुछल्ले

 हेलो हमारे पियारे पंटर लोगन🙋🙋 कइसे हो? कहां हो? हम तो घरवा आए हैं अपने 🏘️🏘️। अब इतनी बार गंगा मइया को मिस कॉल 📞📞मारेंगे तो बुलावा तो आएगा न । सो मइया ने हमका बुलवा लिया। वइसे घर आने का एक और बहुतै पियार रीज़नवा है 💕💕। हमरी छोटकी सी लावण्या 👶👶। अब रिश्ते में तो ये हमारी भतीजी होती हैं...नाम है लावण्या। पर का बताएं..हमका अइसा नचाती हैं कि कटरीना दीदी और करीना दीदी भी का नाची होंगी 💃💃। बस ई समझ लेओ जइसे बड़कवा ताला होता है न, फिर उसकी एक छोटकी चाभी 🔐🔐। ऐसे ये हमरी चाभी हैं छोटकी वाली। एक बार बुई बोल दें तो मन हरिहर हो जाता है 🌱🌱। इनके सामने फ़ोन छूना भी पाप है भाई 📵📵। काहे से हमका लगता है बचवन के सामने जो करोगे ऊ भी वही करेंगे। अभी सोईं हैं तो जल्दी जल्दी फिनिश कर लें सोचे... हां तो बालकों आज हम जिनको कढ़ाई में डाले हैं ऊ हैं पुछल्ले..बोले तो ट्रोल्स  🗿🗿। अब का है कि एक नई प्रजाति सोशल मीडिया मा बहुतै ज़ोर से पाई जात है...ऊ हैं ई ट्रोल्स। अब इनका खुद का तो कुछ होता नहीं तो ये खोजते हैं ऐसा कोई जिसकी अपनी कोई राय हो, सोच हो और वो दूसरों से अलग हो। फिर शुरु होता है इनके किलो

Drama Queens

 हेलो हेलो माइक टेस्टिंग 1..... 2..... 3.....,,🎤🎤🎤 चिंता नको भाई लोग माईक बिलकुल ठीकठाक है हो! वो का है कि हम दुई तीन दिन से mute पर हैं न🔇...तो थोड़ा प्रैक्टिस कर रहे थे🥅 🤹🤹 हम थोड़ा नयके वाले टॉपिक पर खोजबीन में लगे रहे। हाँ तो बच्चों टॉपिक की रेस में जौन प्राणी पहले नंबर पर आए हैं ऊ हैं..... हमारे सर्कस वाले!. अरे वही... जज लोगन। ऊ का है न कि आजकल का फइसन है एक ठो स्टेज... चार ठो कुर्सी और उस पर धर देओ बनरा बनरी 🐒🐒🐒🦍🦍 का करें भाई जैसा हरकत ई लोगन करते हैं इनका जज तो का मानुस मानने को भी मन नहीं करता...गणित में भी नहीं।  'मौसम बदल दिया' के चक्कर में हम तो भइया अपना कनवा का insurance निकलवा लिए हैं ताबड़तोड़ 🙉🙉🙉!! ई तो फिर भी ठीक हैं... इनके बाजू वाले जो हैं न ऊ तो मेजवा पर कूद के चढ़ जात हैं... ऊ भी कम पड़े तो 'आग लगा दी' 🔥🔥🔥का रट ऐसे लगाते हैं जइसे fire brigade बुलवाने का ठेका इन्हीं का है!! काहे भइया उहाँ से भी देखात रहा सब कुछ...पर नहीं टेबल पर नै कूदे तो पता कइसे चली..कि इहो इहाँ पाए जात हैं। वैसे भईया चढ़ने से याद आया एक ठो मईडम होती हैं। एक तो नाच के

हाथी के दांत

 मेरे नादान बालकों  कइसन बा!! ( बा वाला जोक कल मार चुके हैं, अब नए बोलेंगे 🤐🤐). हम ज़रा इधर उधर क्या हुए तुम लोगन तो एकदम्मे सुस्तिया गए हो। 😴😴😴 उठते हो या लगवाईं गंगाजी में  तीन चार बुड़की..🏊🏊🏊 वैसे का है न हम हैं पूरे पक्के इलाहाबादी...हमरी गंगा मैया में बुड़की का फीलिंग ही अलग है। इसलिए तो हम उनके नाम से ही सेंटिया जाते हैं। बोलो हर हर गंगे!! अब तुम लोगन सोच रहे होगे आज का पकेगा अपने तंदूर में...आज पकाएंगे हम देसी मुर्गा बिदेसी तान🐓🐓 हां तो बच्चों ये जो प्राणी है न वो अक्सर अलग घर (splitsvilla), राड़ा (roadies) और धूल का फूल ( love school ) में पाया जाता है। ज्यादातर अलग घर में... अब इस प्राणी के लच्छन अच्छे तो कतई नहीं हैं पर कुछ इस प्रकार हैं : 1. यह प्राणी आम तौर पर कुछ अलग ही फटा चीरा ✂️✂️✂️ कपड़वा पहिन के घूमत है। अक्सर इनके दर्जी के पास न कपड़न का अकाल रहत है। तो कबहिं छोटके वाले भैया का निक्कर तो कबहिं बनियान चुरा के काम चलावत हैं। लड़का लोग तो सांडों बनियान भी नहीं पहन पावत हैं बिचारेन। तो ई लोग न मोटका सा चैन खाली लटकाए के चले आवत हैं बिल्कुल सलमान भैया जैसे। टापलेस you

न सिर न पैर

 नमस्ते बचवा लोग कइसन बा? बा से याद आया जिस हिसाब से एकता जी ने क्योंकि सास...बनाया था उसमें जो आँटी थीं वो कम से कम 150 साल तो जी ली होंगी। काहे से कि बच्चे 👪, बच्चों के बच्चे 👩‍👩‍👧‍👧👩‍👩‍👧‍👧👩‍👩‍👦‍👦👩‍👩‍👦‍👦 और उनके भी लड़कन बच्चन 👩‍👧‍👧👩‍👧‍👧का काज बियाह देखना कोई छोटी बात थोड़ी है। ख़ैर... आजकल गाने के नाम पर जो बीमारी चली है न भिड़ू लोग । दुखवा मैं कासे कहूं ...ऐसा मेरे कान ने मेरे कान में बोला🗣️👂। उसी बीच मगज सारे आईडिया निकाल निकाल इधर उधर फेंक रहा था। फिर मैंने पूछा खोज क्या रहे तो कहता है 'इस गाने में sense'. मैंने बोला जाने दो बेटे.. शीर्षासन में भी इसका मतलब नहीं निकाल पाओगे🤸 🤸🤸  ये कानफोड़ू म्यूजिक और ढेर सारा बेस डाल कर  ये लोग सोचते हैं कि lyrics कहां सुनाई देगा। इनका ये जो ढम ढम  ,🎛️🎛️है न वो धूम ताना ना ना 📢📢के छोटे वाले भाई लगते हैं। फिर भी गूगल बाबा किस दिन काम आएंगे 👳🎅👳🎅🤶( दूसरे वृद्ध प्राणी का इमोजी नहीं मिला। सांता से काम चला लीजिए 😉😉😉 आज न हम MTV पर भटक रहे थे तो एक लाइन कान में पड़ी ' ये लड़की पागल है, पागल है,......170 बार

चुल्लू भर पानी में

 का हाल है बालकों! 🙋🙋 हां तो बच्चों आज का ज्ञान किस टॉपिक पर??📰🗞️📖 का है न इस संसार में फ्री का ज्ञान बघारने के मौके बहुत मिलते हैं तो जहां मिले लपक लेओ 🤓🤓। अब हुआ ये कि हम न टहलते टहलते 🚶🚶कल ज़रा youtube की तरफ निकल लिए। वहां पर देखा तो जनता किसी बात पर जम के खिखिया रही थी 😃😆😁। हम भी भीड़ में खड़े हो गए कोना में और का देखते हैं कि सबका टेस्ट हुई रहा है 📖📖...अरे अरे मास्क लगाने की अभी ज़रूरत नाहीं 😷😷  भाई जीके का टेस्ट हुई रहा था वो भी ओरल एकदम 6 गज वाली दूरी के साथ।  अब यह जो बालक बालिकाएं हैं न इनको देख कर  लगता तो नहीं है कि इनका टॉप वाला माला में खाली tik tok भरा होगा वो भी एकदम स्लो मोशन वाला। फिर भी जब इनसे पूछा कि भाई ज़रा अपने ISRO का फुल फॉर्म बता दो तो कह दिए Indian Search Research Organization। मन तो हुआ कि इनको एक चम्मच Lucent की GK घोल कर पिला दें। शायद थोड़ा बुद्धि हरिया जाए...🌿🌿🌱 भाई न पता हो तो चुप रहने में कोई बुराई नहीं पर स्पेस research को search research कौन बोलता है? मने मंगल पर तो हम लोग खोज खोज के पहुंच गए स्पेस का तो नाम ही नहीं है। 🤷🤷 अब नयावाला

प्यार तूने क्या किया

  हेलो मुन्नाज़ एंड मुन्नीज़ 👶👶👶 19 वर्ष के ऊपर तले वालों कृपया सम्बोधन के साथ एडजस्ट करें। एडजस्टमेंट पर पूरा इंडिया चल रहा तो क्या अपनी ये तंदूरी न चलेगी?🙃🙃  'काँटा लगा, हाय लगा!!' Background music नहीं बालकों, हमने सच में कांटे के ऊपर पाँव धर दिया। मम्मी देखतीं तो कहती  'और घुस जाओ मोबाइल में'। 🤳🤳वैसे अक्सर मम्मी लोग के हिसाब से दुनिया की हर समस्या का कारण मोबाइल ही होता है। अथ श्री मोबाइल कांड कथा। वैसे सच तो है... अपना सारा दिन ऐसे ही तो बीतता है स्क्रीन निहारते निहारते। इतना अगर हमने सामने वाली खिड़की को ताड़ा होता न तो.... जाने दो बे. सामने वाली खिड़की में एक अंकल प्रजाति के प्राणी रहते थे। क्रिकेट की बाल तो कभी लौटाई नहीं उन्होंने लाइन क्या ख़ाक वापस करते! और कहीं खिड़की वर्षा मैम वाली होती न तो आरुष पार्ट II बन जाते थे हम। 😁😁 वैसे आजकल तो हमारे पास स्क्रीन निहारने का कारण भी टाप किलास का है! पहले दिन जब हमने तंदूर गरमाया था हमका नई न पता था कि हमारी तंदूरी पर ये भर भर के मक्खन डलेगा। हमारी पियारी शांभवी ने पहले ही दिन जो 500 शब्दों की समीक्षा लिख मारी....

ये क्या हो रहा है

  मेरे नादान बालक और बालिकाओं मान लो कि ये एक अवार्ड फंक्शन है और हम दे रहे वो थांकु वाली स्पीच 🗣️🗣️ तंदूर गरम करने से पहले गरिमा मैम को बड्डा वाला थांकु क्यूंकि ये तंदूरी रचनाएं  उनका ही आईडिया था। हम तो देवदास बने हुए प्रतिलिपि पर घूम रहे थे। कमेंट या तो करते नहीं थे या ऐसा करते थे कि पढ़ कर एकाध पॉवर नैप ली जा सकती है 😴😴😴। और फिर एक दिन हमरे मगज का हुआ ब्रिक फेल 100 की रफ्तार में दौड़ी कमेंट की रेल 🏃🏃 मैम ने दी रोस्ट लिखने की सज़ा उसी सज़ा में मिलने लगा हमको मज़ा ( सज़ा शब्द को इग्नोर मार दीजिए आप लोग। मज़ा के साथ और कुछ rhyme नहीं करता आसानी से😁😁) आज पूरे दिन हमें साक्षी जी ने भर भर के सपोर्ट किया। कितने प्यार से हमारी भूली बिसरी एक कहानी actually कई कहानियां पढ़ डालीं। थांकु साक्षी। हां तो बच्चों तंदूरी रचनाओं ( roast) की इस श्रृंखला में आपका स्वागत है। कृपया अपनी कुर्सी की पेटी बांध लें और अपने दिमाग को थोड़ी देर के लिए छुट्टी पर भेज दें। इस लोक में दिमाग का प्रयोग करना सेहत के लिए तो नहीं आपके दिमाग के लिए ज़रूर हानिकारक है। बेचारा बेकार में अपना बाल नोचता रहेगा पूरे टाइ

उठा ले रे बाबा

  साहिबान मेहरबान कदरदान (अब नहीं बोलेंगे पान की दुकान 🤐🤐 हनी भइया ने कॉपीराइट करवा लिया 😜) हाँ तो ये हमारी तंदूरी रचनाओं का तीसरा भाग है। ब्रेन में लागत है कउनो केमिकल लोचा हुई गवा 😵😵. भागे ही जा रहा है 🏃🏃। इसलिए हम भी इस बहती गंगा में हाथ ही नहीं धोएंगे पूरा का पूरा स्नान करके आएंगे 🏊🏊। वो भी खास इलाहाबादी बुड़की वाला। हर हर गंगे के साथ!! हुआ ये कि हम न कुछ जादे ही खाली बैठे हैं आजकल। इतने खाली कि घनघोर desperation से पीड़ित होकर हमने टॉर्चर की एक नई तकनीक ईजाद कर डाली..एकता कपूर जी के डेली साबुन । Background music लिरिल वाला ला लाला लाला ला पहला लगाया तो सिमर भिनभिनाती हुई नज़र आई। सच में मक्खी बनी थी वो 🐝🐝। ये हैरी पॉटर वाले स्कूल में वो भी गई थी क्या? उसके बाद भी उसको चैन नहीं पड़ा तो डॉक्टर को किनारे करके ऑपेरशन करने चल पड़ी। वो भी मरे हुए आदमी का 🙄😲🤦🤦 मन भर गया भाई हमारा तो हमने थपकी लगा लिया। हे भगवान उठा ले! हमें नहीं हो इनके creative टीम को। ये कौन सा hybrid गुरिल्ला है जो gps पढ़ता है 🤔🤔। फिर भी इतना बुद्धू है कि थपकी को देख कर खुद को सुई भी लगा लेता है। फि

हम नहीं सुधरेंगे

  बहनों और उनके प्यारे भाइयों 😏😏 मेरी बला से की अपार सफलता के बाद पेश- ए - खिदमत है हमारा नया शाहकार - हम नहीं सुधरेंगे! 😈😈 मान लो कि हमारा सिर दायें से बाएँ और बाएँ से दायें घूम रहा है। अपना भी तनिक घुमाइएगा तो फील आ जाएगा।  ( Background music : वो मच्छर अगरबत्ती के ad वाला billllkkulll naaaaaiiiiiiiii) का है कि हम न आज गाड़ी चला रहे थे। तभी बिना किसी वार्निंग के बाजू वाली जो बाइक थी न कट मार के निकल ली। हमने भगवान का शुक्र मनाया कि भला हुआ हमने कट नहीं मारा इसको वरना ये बेचारा निकल लिया होता। 🙄🤕🤕😇 👻 पता नहीं क्यूं लोग सोचते हैं कि सारी सड़कें इनके पूज्य पिताजी ने नगर निगम को दान में दी हैं। दी होंगी भाई पर रोड टैक्स तो हमने भी भरा है! 🤷🤷🤷 गाड़ी सीखने समय जो कुछ हमने सीखा था रोड पर चलते समय उसमें से कुछ न काम आ रहा । रोड पर चलते समय कट मार देना, लेफ्ट का इंडिकेटर देकर राइट टर्न करना और कहीं भी बिना सोचे समझे गाड़ी रोक देना इनका जन्मसिद्ध अधिकार है।  इनकी चीकू ( छोटे वाले पामेरियन हैं हमारे 🐕) जैसी हरकतों से निपटने के लिए हम 101 बार ॐ इग्नोराय नमः ( ये लाइन  हमने अंकु मैम

मेरी बला से

 हमारी पहली व्यंग्य रचना। ये पूरी श्रृंखला गरिमा मैम को डेडिकेट कर रहे। रोस्ट का आईडिया उन्होंने ही दिया। इस मामले में गुरु हती हमाई वो। यकीन नहीं होता तो पढ़ो कनपुरिया रोस्टर।कनपुरिया रोस्टर फिलहाल प्रतिलिपि पर नहीं है। पर वो जल्दी ही वापस लौटेगी। तब तक आप गरिमा मैम की और रचनाएं पढ़िए जैसे अरित्रा, white rose, My culprit brother आदि... विद्या बालन मैम के शब्दों में Gooooooooood Eeeeeeeevening peeeeeople (अपने मन में इसका ऑडियो आप प्ले कर लो भाई। प्रतिलिपि watsapp थोड़ी है जो text के बीच में ऑडियो बजेगा 😉😉😉😉) हां तो साहिबान मेहरबान कदरदान बाजू में हमारे है पान की दुकान 📢📢📢 धत यार! राइम तो सही है पर लाइन बेकार। कोई बात नहीं मेरे प्रिय पाठकों। गणित में माना जाता है न इसलिए आप लोग भी मान लो। ऊपर की लाइन हनी भैया का अगला गाना है। क्या है कि न उनके गाने की तरह इस लाइन का भी सिर और पैर कहीं गायब है 🤣🤣🙃🙃 कुछ दिन से हमको अइसा फीलिंग आ रहा है न कि हमरा टॉप का माला ओवरटाइम करने लगा है। 🤔🤔🤔 तभी तो अंकु मैम और गरिमा मैम के पोस्ट और कहानी पर दे कमेंट दे कमेंट... 😏😏इसी में धरे गए